Subscribe Now
Trending News

ई रिक्शा का आंतक और विवश नोएडा ट्रैफिक पुलिस और नोएडा आथोरिटी
Sector 30, 31 & 36

ई रिक्शा का आंतक और विवश नोएडा ट्रैफिक पुलिस और नोएडा आथोरिटी

हर चैक चैराहों को घेर कर खडें रहना और बोलो तो धमकी देना आजकल के ई रिक्शा वालों का डेली रूटीन बनकर रह गया है। आप उन्हें प्यार से कहेंगे तो वे आपको बोलेंगे कि जाओ जाओ अपना काम करो और अगर आप उन्हें कम्प्लेन की धमकी देंगें तो वे बोलेंगे कि जाओ जाओ जिसे कहना है कहो हम किसी के बाप से नहीं डरते। ऐसा लगता है उन्हें संबंधित आथोरिटी और पुलिस टीम से खुली छूट मिल रखी है तभी तो इतने तैश में बोलतें हैं। एक बार एक ट्रैफिक पुलिस अधिकारी से भी इस मामलें में बात की थी उनका जबाब था कि ये इको फ्रेंडली हैं। इको फ्रेंडली हैं तो क्या मनमानी करेंगें इनके लिए कोई कानून व्यवस्था नहीं। बोटानिकल गार्डन, सेक्टर 62, सेक्टर 71 या यूं कहें तो हरेक मेट्रो स्टेशन और जंक्शन पर ये तीन तीन लेयर बनाकर ऐसे घेर के खडे होतें हैं कि इनको पार पाना मुश्किल होता है। पर इनको कोई फर्क नहीं पडता। हर रेडलाईट को तो ये ऐसे पार करतें हैं जैसे उनका फार्म हाउस हो आप ट्वीटर पर कम्प्लेन करेंगे तो थोडी देर के लिए पुलिस आएगी इन्हें थोडी देर के लिए हटाऐगी फिर वही नाटक शुरू। क्या इनके लिए कोई नियम नहीं इनके लिए कोई कानून नहीं। सबसे बडी बात इनमें बैठे लोग भी इनसे कुछ नहीं कहते। नोएडा का ट्रैफिक इनकी वजह से ज्यादातर चैक रहता है। कोई संज्ञान लेने वाला नहीं किसी को कोई परवाह नहीं। सब भगवान भरोसे चल रहा। किसी दिन कुछ बडा कांड होगा से तय है। भगवान ही मालिक है अब नोएडा के ट्रैफिक का। ना पुलिस को परवाह है ना आथोरिटी को।

कृपया संज्ञानात्मक कारवाई कर हमें और नोएडा की ट्रैफिक का कल्याण करें

Home
Neighbourhood
Comments