Subscribe Now
Trending News

Dr Aruna Gupta Publishes Two Books
Gulmohar Park

Dr Aruna Gupta Publishes Two Books

2 जून शाम चार बजे आनंद लोक कम्यूनिटी सेंटर में, दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ काॅलेज से लगभग 45 वर्ष के  अध्यापन के बाद सेवानिवृत्त- डाॅ अरुणा गुप्ता की दो पुस्तकों – कुछ उन्नीस और कुछ इक्कीस तथा तलाश और तराश कुछ पल – का लोकार्पण किया गया । डाॅ अरुणा गुप्ता ने दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ काॅलेज से ही बी ए, एम ए किया और एम लिट् तथा पी एच डी की उपाधि प्राप्त की। दिल्ली विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडल और अन्यत्रा कई सम्मान उन्हें प्राप्त हुए। त्रिनिदाद, अमेरिका, लंदन, जापान, माॅरिशस और रूस आदि विभिन्न देशों में उन्होंने परिपत्रा प्रस्तुत किए।

उनकी इन पुस्तकों के लोकार्पण कार्यक्रम में देश के जाने माने साहित्यकार और कवि शामिल हुए। डाॅ अरुणा गुप्ता के इस कविता संकलन – कुछ उन्नीस कुछ इक्कीस में कोरोना काल की पीड़ा, विवशता और चारों ओर विद्यमान भय, आशंका, तनाव और हाहाकार का साकार चित्रा दर्शाया गया है। तलाश और तराश – जीवन के अनुभवों और यात्रा संस्मरणों, व्यंग्य, प्रेरक बिंदुओं और समकालीन स्थितियों को इंगित करने वाली पुरस्कृत रचनाओं के परिचयात्मक आलेख हैं। समय समय पर लिखी गई  यह रचनाएँ सहज और सरल भाषा में रचनाकार की संवेदना का सजीव अंकन है। इससे पूर्व भी लेखिका के दो और काव्य संकलन प्रकाशित हो चुके हैं।

पहला कविता संकलन है – उगाना होगा अपना अपना सूरज और दूसरा है – क्षितिज के रंग। ये दोनों कविता संकलन उनके भीतर की हलचल, और जीवन के विभिन्न अनुभवों और संस्कृति तथा पारिवारिक संबंधों के सजीव चित्रा हैं। इन संवेदना परक कृतियों के अतिरिक्त उनकी चार अंग्रेजी से हिंदी अनुदित पुस्तकें भी प्रकाशित हुई हैं। ये अनुवाद कार्य, हिंदी माध्यम से पढ़नेवाले, बी ए, एम, ए और आई ए एस के छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने दृष्टि बाधित (blind student) छात्रों के लिए भी लगभग 600 से अधिक पुस्तकों की ऑडियो रिकाॅर्डिंग की है जो बैंकों तथा अन्य व्यवसायों में काम करने वाले लोगों के लिए भी सहायक हैं। वे रेडियो, दूरदर्शन तथा अन्य साहित्यिक संस्थानों में सदा सक्रिय रहीं हैं ।

 उनकी सभी सृजनात्मक पुस्तकों के आवरण पृष्ठ उनकी बेटी पारुल गुप्ता द्वारा बनाए गए हैं। जो व्यवसाय से सी ए और एम बी ए हैं। पुस्तकें विशेष रूप से साथियों और हिंदी प्रेमियों के लिए सहर्ष उपलब्ध हैं।

Home
Neighbourhood
Comments