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ग्रैंड ओमैक्स में होली की फुहार
Sector 92 & 93B

ग्रैंड ओमैक्स में होली की फुहार

23 मार्च की सुबह गुलाबी जाड़े के सुरुर से भरी हुई थी, तभी देखा कि बाहर टाइल्ड ऐरिया में कुछ रंगबिरंगे टैंट लग रहे हैं। वाह-वाह, आज तो होली का फेट लगेगा चलो शुक्र है शाम के खाने से तो छुट्टी मिली यह सोच कर गृहणियों को चैन मिला।

शाम होते-होते सब घरों से सजे-घजे लोग निकल कर टाइल्ड एरिया की तरफ पहुँचने लगे। क्या दृश्य था! भाँति-भाँति के रंगीन स्टौल्स और जगमगाता एरिया… बहुत रौनक ढ़ा रहा था।

कपड़े, पर्स, ज्यूलरी, कश्मीरी मसाले, काॅफी, और यहाँ तक कि इस बार तो चप्पलों के सभी स्टौल्स बहुत सुंदर सजे-धजे और उतने ही सुंदर लोगों ने जी भरकर खरीदारी की। और बाकी आधा एरिया भाँति-भाँति के खानों के स्टौल्स से आपका स्वागत करने को तैयार था। रात देर तक खरीदारी करने के बाद सबने वहीं खाना खाया और जश्न मनाया।

24 मार्च की सुबह से होलिका लकड़ी और विभिन्न पूजा के सामानों से सजने लगी। उस दिन भी खाने-पीने के स्टौल लगे थे। रात 11ः14 पर शंखनाद और पूजा के श्लोकों के साथ पावन अग्नि की आहुति होलिका में लगाई गई। सभी बुराइयों, द्वेष, क्लेश अग्नि मे जलने लगे और हर दिल मे खुशी की लहर दौड़ गई। उसी समय देखा कि अगले दिन के रेन डांस की तैयारियाँ भी शुरु हो गईं।

25 मार्च की सुबह तो ग्रैंड ओमैक्स की छटा देखते ही बनती थी। हँसी, खिलखिलाहट के साथ बच्चों की टोलियाँ भाग रही थीं। पिचकारी और रंगीन पानी से भरे गुब्बारों से एक दुसरे को भिगो रहे थे। 12 बजे से तो यहाँ की हालत पूछो ही नहीं। क्या पुरुष, क्या महिलायें और सबसे ज्यादा बच्चें रेन डांस में भीगते; पूरा एरिया तो बस देखते ही बनता था। पार्क में जगह-जगह बैठे कुछ वरिष्ट नागरिक भी पीछे नहीं रहे।

रंग गुलाल के साथ-साथ खाना पीना भी चल रहा था। वरिष्ठ नागरिकों को सब बड़े आदर सम्मान से तिलक लगा कर, पैर छूकर आशीर्वाद ले रहे थे। इस बार रंगों के सिलिडंर अलग छटा दिखा रहे थे। पूरा वातावरण रंगो के गुबार से रंगशाला बना हुआ था।

ग्रैंड ओमैक्स की छटा निराली थी। यहाँ रहने वाले हर इंसान भाई चारे से भरे हुए थे। सब कलेशों और बुराइयों का भस्म करके हम फिर 1 वर्ष इस त्यौहार की प्रतीक्षा करेंगे। ईश्वर सबको ख़ुशोख़ुर्रम रखे ये ही प्रभु से प्रार्थना है।

होली की हर्षित बेला पर,
ख़ुशियाँ मिलें अपार!
यश, कीर्ति सम्मान मिले
और बढ़े सत्कार!!
शुभ-शुभ रहे हर दिन हर पल,
शुभ-शुभ रहें विचार!
उत्साह बढ़े चित चेतन में,
निर्मल रहे आचार!!

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