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Sector 30, 31 & 36

स्मार्ट भारतीय नारी ग्रुप ने आरंभ की वेदशाला

Smart भारतीय नारी group Sector 36 ने Senior citizen’s room  में वेदशाला का शुभारंभ किया। सोमवार (द्वितीय व तृतीय) को होने वाली आध्यात्मिक सभा में प्रत्येक दिन एक वेद पर चर्चा की। प्रथम दिन ऋग्वेद की प्रमुख विशेषताएं तथा सूक्तियों का सार बताया गया। इसी प्रकार यर्जुवेद सामवेद व अथर्ववेद पर अलग-अलग चर्चा हुई। Smart भारतीय नारी group की members ने इस पहल का हार्दिक स्वागत किया।

वेदांे का महत्व सनातन सस्कृंति में विशेष स्थान रखता है। गार्गी जैसी विदुषी महिला जिसके ज्ञान को समस्त विद्वानों ने नतमस्तक होकर स्वीकार किया था। ऐसे देश में प्रत्येक स्त्राी को जो सनातन परम्परा का पालन करती है, वेदों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए।

ऋग्वेद मे मुख्यतः ऋचनाए है जिनमें देवता की स्तुती की गई है ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है ऋषियों ने देवताओं की स्तुति के साथ-साथ अपने चारों ओर प्रकृति में जो देखा उसे सुनाया। यर्जुवेद व्यवहारिक ज्ञान के साथ कर्म की प्रधानता पर बल देता है। सद्गुण, अध्यात्मक मार्ग, निर्भय, मधुरवाणी आदि का महत्व बताया गया है।

सामवेद संगीत के साथ वाणी के रस को मधुरता के साथ प्रस्तुत करता है। सामगान अस्थिर और भटके हुए मन को शंात करता है। समागान स्वर को ऊंचे आलाप से शुरू करके उसे धीरे-धीरे नीचे आलाप लाया जाता है। सामवेद में अन्नदाता को महान, सत्य को श्रेष्ठ व स्वच्छता पर भी प्रकाश डाला है।

अर्थवेद का शब्दिक अर्थ है गति रहित अर्थात एकाग्रता की प्रधानता है। मनोविकार से रहित होने पर विवेक स्थिर होती है। अर्थात स्थित प्रज्ञ की अवस्था प्राप्त हो जाती है इस प्रकार अर्थातवेद का विषय योग है। वेद में मानव शरीर के अगों, शारीरिक रोगों का, राजधर्म, राष्ट्रधर्म, समाज व्यवस्था, अध्यात्मवाद, और प्रकृति वर्णन का विस्तृत व व्यवाहारिक ज्ञान है। Smart भारतीय नारी Group की वेदशाला 4 आध्यात्मिक सभा के दिनों में सम्पन्न हुई।

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