Subscribe Now
Trending News

सडक हादसे से लेकर शमशान घाट तक दिल को दहला देने वाली घटना
Sector 50 F Block

सडक हादसे से लेकर शमशान घाट तक दिल को दहला देने वाली घटना

सेक्टर 51 के पास सड़क हादसे में एक सोलह साल का लड़की की मौत हो गई, मृतिका आम्रपाली इडेन पार्क के सी ब्लाक में रहने वाली थी, सोलह साल बच्ची ईशिता कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा थी,वो स्कूल के पीटीएम के बाद अपनी मां के साथ घर वापस लौट रही थी, तभी बच्ची हादसे के शिकार हो गई,बच्ची को कैलाश अस्पताल ले जाया गया जहाँ डाॅक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया, लेकिन घटना के बाद सोचने वाली बात यह थी कि सड़क पर खून से लथपथ बच्ची की मां रोरो कर सहायता की गुहार लगाती रही लेकिन कोई उसकी मदद के लिए आगे नही आया,आसपास से दर्जनों गाड़िया सरपट सड़कों पर दौड रही थी लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की, बच्ची की मां बता रही थी कि आसपास के गरीब ठेले वाले और सब्जी वालों ने मिलकरि बच्ची को ऑटो में बैठाया और अस्पताल ले गए, जहा डाॅक्टरों का कहना था कि अधिक खून बह जाने के कारण बच्ची की पहले ही मौत हो गई थी, फिलहाल जब पोस्टमार्टम के लिए डेड बाॅडी को शमशान घाट पर ले जाया गया तो वहा पोस्टमार्टम करने के पैसे मांगे गए, आप सोच सकते है कि बच्ची की दादी ने रोते हुए कहा कि मैने कहा कि बाॅडी ठीक से सिल तो दो, तो उसने कहा जलाना ही तो है मैने अंदर झांकर देखा तो बेटा बस गीले कपड़े के धागे से बस बांध दिया था, दो दिन बाद जब बच्ची की मां ने मुझे बुलाया आपकी मदद की जरुरत है, मैं गई उन्होंने ने कहा कि बच्ची ने हाथ में कड़ा और कान में सोने की बाॅली पहनी थी, मेरी बहन ने USI अस्पताल में है तो मैने तुरंत फोन करके पता किया तो उसने बताया कि बच्ची की मौत घटना स्थल पर ही हो गई थी, इसलिए FIR दर्ज करके बच्ची को सीधे पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया गया था,. अस्पताल के पास कुछ भी नहीं है, मैने बोला आप पोस्टमार्टम वालों से पूछिए उन्ही के पास होगा, अगर नही देंगे तो फिर हम पुलिस में शिकायत करेंगे, दादी ने रोते हुए कहा कि जब हमारी बच्ची ही चली गई, तो हम गहने का क्या करेंगे, फिर जब बच्ची के पिता जब वहा गए तो पहले तो उन्होंनें ना नुकुर किया उसके बाद जब सीसीटीवी फोटेज दिखाई गई तब गहने वापस दे दिये, जरा सोचिए हम कहा जा रहे है,जहा मौत के नाम पर भी लोग पैसा कमाने से नहीं चूकते,एक तरफ हम इतनी उन्नति कर रहे है कि आज देश चांद पर जा रहा है, दूसरी तरफ इंसान के अंदर इंसानियत बिल्कुल खत्म होती जा रही है,, सडक हादसे से लेकर शमशान घाट की घटना दिल को दहला देने वाली है, आप जरा मां बाप के बारे में सोचिए जिसकी बच्ची अब इस दुनिया से चली गई
जिसकी मौत से ज्यादा दुख उस मां बाप को अपने आसपास के वातावरण से है,जिन लोगों ने उनकी कोई मदद नहीं की, सोसाइटी में भी कोई व्यक्ति जिन्होंने घटना अखबार में पढ़ तो लिया था, लेकिन मदद करना तो दूर पूछने तक नहीं आये,जो काफी शर्मसार करने वाली है
नोएडा जो दिल्ली-एनसीआर के अत्याधुनिक शहरों में आता है, वहा संभ्रांत और पढ़े लिखे लोग रहते है, एक सड़क हादसे में बच्ची की मौत हो जाती है और कोई मदद को तैयार नही है, ना राहगीर ना सोसाइटी वाले,यहा तक की पुलिस का भी ढुलमुल रवैया देखने को मिला, पुलिस केस को क्लोज करने में लगी थी, पुलिस का कहना था कि मृतक बच्ची के माता पिता ने केस नहीं दर्ज कराया,आप जरा सोचिए जिसकी बच्ची की ऐसी दर्दनाक मौत हो गई हो, उसके मां बाप को रिपोर्ट दर्ज कराने की सुध रहेगी,

Home
Neighbourhood
Comments