Subscribe Now
Trending News

Sector 93 Noida

श्रद्धांजली

जीवन और मृत्यु पर किसका अधिकार रहा है? यही श्वाशत सच है। फिर भी उस रिक्त स्थान की भरपायी कभी नहीं होती यह भी सच ही है। हमारे प्रांगण, ऐ.टी.एस. विलेज, के प्रतिष्ठित निवासी, लक्ष्मी चंद अग्रवाल, 1 फरवरी को हमारे बीच नहीं रहे। अग्रवाल साहब यहां के प्रतिष्ठित निवासी थेय मिलनसार, सभी से मित्रावत व्यवहार था उनका। ये हमारी सोसायटी के क्रिया कलापों में भी सक्रिय रहते थे। सबसे प्रेम से मिलना जुलना, और सभी को मित्रा बना लेना उनकी विशेषता थी। श्री अग्रवाल 2009 में अपनें गृहस्थान से यहां नोएडा में, इस सोसायटी में, आए और यहां के निवासी बने।


ये नजीबाबाद, जिला बिजनौर, के रहने वाले थे और वहीं पर न्च् जतंकम जंग के माहिर वकील थे। 50 वर्ष तक उन्होंने प्रेक्टिस किया, फिर अपने परिवार के साथ यहां एक शांतिपूर्ण जीवन जीने लगे। पति-पत्नि दोनों ही अपनें मृदुव्यवहार के लिए जानें जाते थे। इनकी पत्नि, सरोज जी, भी कई संस्थाओं में सक्रिय हैं। श्री अग्रवाल अपनें पीछे अपना भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं दृ पत्नि सरोज जी, पुत्रियां मनीषा, विदुषी और पुत्रा हिमांशु दृ जो उनकी परम्परा को आगे ले जाएंगे। हम सभी श्री अग्रवाल को श्रद्धांजली अर्पित करतें हैं।

Home
Neighbourhood
Comments