Subscribe Now
Trending News

महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक उत्सव
Sector 93 Noida

महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक उत्सव

सर्वप्रथम जैन धर्म के 24वे तीर्थंकर भगवान महावीर के 2622वे जन्म कल्याणक की हार्दिक शुभकामनाएं। ‘अहिंसा पहला धर्म है’, इस उपदेश को न केवल जैन अनुयायी अपितु अब सारी दुनिया के लोग अपनाने लगे हैं। जैन धर्म दुनिया के सभी जीवित प्राणियो के प्रति दया करना सिखाता है। जैन धर्म के अनुयायी भोजन के लिए कभी हिंसा नही करते हैं। वह जानवरो की त्वचा से बने बेल्ट, जूते, पर्स आदि के प्रयोग से भी बचते हैं।

4 अप्रैल को महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक उत्सव पर नगर के कई स्थानों पर पूजा, अर्चना, अनुष्ठान के साथ शोभा यात्रा निकाली गयी।

हमारी सोसाइटी पार्श्वनाथ प्रेस्टीज में सवेरे 6 बजे से मेन गेट पर सभी जैन अनुयायी पीले रंग के वस्त्रा पहन कर एकत्रित होने शुरू हो गये थे। प्रभात फेरी के लिए विभिन्न सोसाइटी से लोग जुड़ते चले गये। जय जिनेन्द्र के नारे लगाते हुए, जयकारा बोलते हुए, भजन गाते हुए, सभी 93बी में बने जैन मंदिर पहुंचे। मन्दिर में प्रक्षाल शांतिधारा के साथ विधि विधान से पंडित जी ने पूजा करवाई। लगभग 9 बजे रथ यात्रा शुरू हुई। रथ में श्री जी की प्रतिमा लेकर हमारी सोसाइटी के निवासी अनुभव जैन विराजे। बेहद मनोहारी दृश्य था।

शोभा यात्रा में शामिल सभी जय जिनेन्द्र का उदघोष करते रहे। भजन संगीत चलता रहा। शोभा यात्रा के पथ में अनेक जगह रथ यात्रा रोक कर अन्य धर्म के लोगो ने भी श्री जी की आरती उतारी।

शोभा यात्रा के बाद वात्सल्य भोज का आयोजन किया गया। व्यस्था इतनी सुंदर रही कि सभी ने बिना किसी परेशानी के भोजन ग्रहण किया। पार्श्वनाथ के सभी स्टाफ को भी भोजन के लिये आमन्त्रिात किया गया था। महावीर भगवान का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे।

द्वारा सुषमा जैन (बीजी 09, 7838229485)

Home
Neighbourhood
Comments