Subscribe Now
Trending News

SouthCity1

 घने पेड़ की छाया

– कवियत्री मायरा पुरी 

एक थी छोटी चुहिया,

जिसने देखी बड़ी बुढ़िया।

बुढ़िया ने करा थोड़ा शोर,

आ गये वहाँ ज़्यादा मोर।

एक मोर अंदर आया,

बाक़ी को मिली घने पेड़ की छाया।

Home
Neighbourhood
Comments