Subscribe Now
Trending News

गुलमोहर पार्क लेडीज क्लब में फिल्मी गीतों में मनोहारी नृत्य – थिरकी सभी सदस्याऐ
Gulmohar Park

गुलमोहर पार्क लेडीज क्लब में फिल्मी गीतों में मनोहारी नृत्य – थिरकी सभी सदस्याऐ

गुलमोहर लेडीज क्लब की मासिक संगोष्ठी सत्राह नवम्बर को गुलमोहर स्पोर्ट्स क्लब के प्रांगण में खुले आसमान तले चार बजे शाम से आयोजित की गई। निर्धारित कार्यक्रम की कोई पूर्व सूचना नहीं थी, इसलिए सभी के मन में जिज्ञासा थीं कि आज कौन सा मनभावन मनोरंजक कार्यक्रम होगा। निर्धारित समय पर सभी सदस्याऐ रंग बिरंगे आकर्षक परिधानों में सुसज्जित हो कर एकत्रा होने लगी। दिवाली के व्यस्तता के बाद सभी लोगों से मिलना एक विशेष सुकूनदायक एहसास था।

मंच पर प्रबंधन कमेटी की सभी सदस्याऐ किसी ग्लोबल कम्पनी की एज्यूकेटिव की भाॅति काले रंग की सुनहरी चमकीली साड़ियों में सुसज्जित थी। सभी बहुत आकर्षक, सुन्दर व मोहक लग रही थी।

श्रीमती अल्का शर्मा, अध्यक्षा, ने सभी सदस्याओ का स्वागत करते हुए कहा कि ‘आशा है आप सब लोगों की दिवाली अपने परिवार के साथ बहुत अच्छी यादगार बीती होगी तथा दिवाली से भय्या दूज तक के व्यस्त कार्यक्रम की थकान को कम करने के उद्देश्य से प्रबंधन कमेटी ने कुछ शुद्ध मनोरंजक कार्यक्रम रखा है, जसमें सभी सदस्याऐ भागीदारी कर सकती हैं। आज सभी उन्मुक्त हो कर हम सभी सदस्याऐ नृत्य करेगी और आज की शाम को एक यादगार शाम बना सकती हैं।

संगीत अर्थात गायन, वादन तथा नृत्य स्वास्थ्य के लिए बहुत उत्तम है, नृत्य करने से डोपामिन मिलता है जो मस्तिष्क की गतिविधियों को नियंत्रित करने के एक महत्वपूर्ण तत्व है। नृत्य करने से तनाव कम होता है, डोपामिन एक प्राकृतिक मनोदशा (mood) को ठीक करने वाला एनडोरोपिन, प्राकृतिक दर्द निवारक, ऑक्सीटोनिक सेरोटोनिन और इन्डोर्फिन आदि हेप्पी हारमोन उत्पन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में सुर, लय ताल का समायोजन करने के लिए गाने का उत्तरदायित्व श्री राजेश बरार को दिया गया है, जो एक प्रोफेशनल गायक है। सभी लोग उनकी सुरीली आवाज और गाने का आन्नद ले।

क्रार्यक्रम का आरम्भ – बदन पर सितारे लपेटे ए जाने तमन्ना कहाँ जा रही हो से हुआ। धुन बजते ही प्रबन्ध समिति की सभी सुन्दर सदस्याओ ने धुन पर थिरकना आरम्भ किया। उनकी काली साड़ियों पर सुनहरा काम पर, बिजली के झिलमिलातै बल्बों का प्रकाश, गोरी चिट्टी सुन्दरियो का नृत्य अद्भुत दृश्य था, मानो चान्द और सितारे काली रात में झूम रहें हो। दूसरा गाना था, ‘रूप तेरा मस्ताना, एक अजनवी हसीना से यों अचानक मुलाकात हो गई, लिखें जो खत तुझे, ऐसा मौका फिर कहाँ मिलेगा, आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे हर जवा पर, मानों सभी को अपने कालेज के दिनों की स्मृति- यादें ताजी करने वाले गीत, किसी हसीना की प्रेम कंधा में डूबें हुए कथानक की भाॅति एक के बाद एक बजते रहे और सभी सदस्याऐ नृत्य करतीं रही। तत्पश्चात श्रीमती प्रेरणा शर्मा ने ‘जने जा ढूढती फिर रही हूँ’’ गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद ‘ओ मेरी जोहरा जबी तु, अभी तक है जवा गीत बजते ही वरिष्ठ सदस्याऐ भी अपने समय के लोकप्रिय गीत, ढोलक की थाप सुनकर अपने को रोक नही पाई और सब गीत का आनंद लेते हुए उठकर नृत्य करने लगी। इसके बाद ‘कजरा मोहब्बत वाला, ‘ढूढो ढूंढो रे साजना’ आदि गानों में नृत्य किया।

श्रीमती गीता झा ने सूचित किया कि आज मेरी बेटी रचना की पचासहवी सालगिरह है। सभी सदस्याओ ने एक स्वर बिटिया के दीर्घ स्वस्थ, सम्पन्न जीवन की कामना की। गीता जी ने कहा कि अपनी बिटिया के लिए उन्होंने ए कविता लिखी है। जिसका शीर्षक उनकी बेटी का नाम पर है ‘मेरी रचना, मेरे जीवन रूपी पेड़ की तुम्ही जड़ हो।’’ कविता में उन्होंने माॅ की वात्सल्य, प्रेम ममता, बेटी पर अभिमान, प्यार, आशीष सभी भावों को माँ की ओर से स्पष्ट किया, सचमुच बेटियों माँ के हृदय में क्या स्थान रखती हैं, यह एक माँ ही जान सकती है। सभी ने दिल से कविता के भावों को मह्सूस किया और तालियो से कविता की प्रशंसा की। सब के मानसपटल में अपनो बेटियो की स्मृति रेखांकित हो गई।

उन सभी सदस्याओ को जिनका जन्मदिन नवम्बर माह में था, गुलाब का फूल देकर बधाई शुभकामनायें दी गई। श्रीमती रेनू हुम्मत, कुमुद ग्रोवर, सविता कपूर, कंचन जी को जलपान संशोधन की व्यवस्था के लिए धन्यवाद दिया गया। इसके उपरान्त श्रीमती प्रेरणा शर्मा श्रीमती रूबी जैन ‘‘जो हमनें दासता अपनो सुनाईं आप क्यों रोये गजल सुनाई। अगला गीत ‘खुली जब जब जुल्फे तेरी कुॅवारियो के दिल मचले, खामोश रहूँ कि करूं उसका इन्तजार, रूबी जैन दो लफ्जों की जिंदगी आदिगीत व नृत्य का एसा दौर चला जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। तब श्रीमती ढींगरा ने गीत और नृत्य की महफिल को विराम देने का आग्रह करते हुए घोषित किया कि अब दिवाली के उपहार वितरण का समय है। सुन्दर आकर्षक पैकिंग में लिपटे हुए गिफ्ट श्रीमती सीमा मैनी, इन्दु भारद्वाज, रूबी जैन, श्रीमती ढींगरा जी के प्रयास से सभी सदस्याओ तक पहुॅचाये गये। दिवाली गिफ्ट के रूप में इलेक्ट्रिक कैटल के चुनाव की सबने बहुत सराहना की।

इसके उपरान्त सभी ने स्वादिष्ट भोजन का स्वाद लिया। इसके बाद भी बहुत सी सदस्याऐ नाच गाने, फोटो खिंचवाना मा व्यस्त रही। एक अच्छी शाम का एक अच्छा समापन, आने वाले महिने के अच्छे कार्य कार्यक्रम की चर्चा (पिकनिक) के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।

Home
Neighbourhood
Comments