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एलिट होम्ज में फाल्गुन माह में त्यौहारों की बहार
Sector 77 Noida

एलिट होम्ज में फाल्गुन माह में त्यौहारों की बहार

हिन्दु धर्म मेेें प्रत्येक महीने की तरह फाल्गुन माह का भी अपना एक विशेष महत्व हैं। यह मास अति पावन माना जाता है। माघ का महीना समाप्त होते ही फाल्गुन का महीना प्रारंभ होता है। फाल्गुन मास हिन्दु पचांग के अनुसार बारहवा महीना माना जाता है, तथा सनातन परम्परा के अनुसार अंतिम महीना माना जाता है। यह महीना रंगो उत्सवो और आध्यात्मिकता का महीना माना जाता है।

यह माह भगवान शिव, विष्णु माँ लक्ष्मी, श्री कृष्ण और राधा को समर्पित हैं। इस महीने में इन देवी देवताओं की पूजा करने से सुख समृध्दि का आशिर्वाद मिलता हैं। फाल्गुन माह से गर्मी के मौसम की भी शुरूआत मानी जाती है। इस माह में महाशिवरात्रि, होली, यशोदा जयन्ती और विजय एकादशी आदि पर्व मनाए जाते है। होली के दूसरे दिन से ही गणगौर की पूजा होती है तथा सातवें दिन शीतला माता की पुजा की जाती है।

इस बार फाल्गुन माह में मौसम बहुत ही सुहावना रहा था इसलिए एलिट निवासियों ने भ्रमण पर जाने का विचार किया। 16 मार्च को श्री प्रमोद दीक्षित के नेतृत्व में 35 वरिष्ठ नागरिकों का समूह चुलकाना धाम गया था तथा अलीपुर (दिल्ली) स्थित श्री श्याम बाबा के दर्शन भी किए । यह यात्रा ए.सी. बस के द्वारा सम्पन्न की गई। प्रातः 8 बजे से यात्रा का शुभांरभ हुआ तथा रात्रि को 9ः30 पर समापन हुआ।

हिन्दु धर्म की मान्याताओं के अनुसार शिवरात्रि के दिन शिव पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ था। इसलिए शिव भक्तों के द्वारा शिवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती है। एलिट होम्ज सोसाइटी मंदिर परिसर में प्रातः 5 बजे से शिव अभिषेक प्रारंभ हुआ। दिन भर भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिर परिसर नमः शिवाय् तथा बम बम भोले के नारों से गुंजायमान होता रहा शिवरात्रि के दिन शाम 5 बजे शिवजी के भजनों का गायन किया गया।

सोसाइटी की महिलाओं के द्वारा होली पर्व से पूर्व होली मिलन किया गया जिसमें सभी ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। सभी ने चन्दन का तिलक लगा कर होली की शुभकामनाएं दी। इस समारोह में शशी मुटनेजा को होली क्वीन चुना गया। श्रीमती रोमी शर्मा, श्रीमती रमा बजाज तथा श्रीमती रवीन्दर (बेबी) के अथक प्रयासों से यह होली मिलन का समारोह सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। विविध प्रकार के व्यंजनो का रसास्बादन करके हैप्पी होली कहते हुए समारोह की पूर्णाहूती की गई।

मंदिर परिसर मे 20 मार्च को राधा कृष्ण तथा शिव पार्वती के भजनो का गायन किया गया तथा फूलों की होली खेली गई। सभी भक्तों ने फूलों की होली का आनन्द लिया।

इस बार फाल्गुन मास की चतुर्दशी के दिन होलिका तैयार की गयी। रात्रि में 11 बजे पश्चात् होलिका दहन किया गया क्यों कि दिन में प्रातः 9 बजे से रात्रि 11 बजे तक मद्रा होने के कारण समय शुभ नही माना गया था। अगले दिन 25 मार्च को सभी एलिट वासियों ने रंगो से सरोबार होकर प्रेम पूर्वक एक दूसर के गले मिलकर होली खेली।

सोसायटी की ए.ओ.ए. समूह के द्वारा 22 मार्च को होली मेले का आयोजन भी किया गया था। इस मेले के दौरान राधा कृष्ण ने बरसाने की होली परम्परागत तरीके से नृत्य नाटिका के रूप में प्रस्तुत की गई थी। होलिका दहन की व्यवस्था तथा होली खेलते समय ठंडाई की व्यवस्था भी ए.ओ.ए. द्वारा की गई। सभी कार्यक्रमों में ए.ओ.ए. समूह की सहभागिता सराहनीय रही।

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