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इलीट होमज में श्री मद भागवत कथा का भव्य आयोजन
Sector 77 Noida

इलीट होमज में श्री मद भागवत कथा का भव्य आयोजन

इलीट होमज में दिनांक 12.2.2023 रविवार, से 18.2.2023, शनिवार तक सात दिवसीय श्री मद भागवत कथा का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन इलीट होमज में स्थित दुर्गा मंदिर की संचालन समिति एवं भागवद कथा ग्रुप द्वारा संपन्न किया गया। सभी एलीटीयन्स इसमें बढ़ चढ़ कर भाग लिया। तन मन की सेवा के साथ साथ, वित्तीय योगदान हेतु भी यथा श्रद्धा भक्तों ने अपने हृदय के कपाट खोल दिए। इसे किसी भी इलीट होमज के निवासी के लिए अनिवार्य नहीं किया गया था। तथापि सब के योगदान से यह कार्यक्रम अनुमान से कहीं अधिक भव्य रूप में संपन्न हुआ। इसके लिए हर एक एलीटीयन धन्यवाद एवं साधुवाद का अधिकारी है।

पहले दिन प्रारम्भिक पूजा के बाद भव्य कलश यात्रा निकाली गई जिसमें मुख्य यजमान थे के सी शर्मा एवं रानी शर्मा।

पूर्ण श्रद्धा से ओतप्रोत सभी भक्त जन प्रति दिन दोपहर 3 बजे क्लब हाल में एकत्रित हो जाते। कथाकार आचार्य श्री विजय प्रसाद पाण्डेय जी विशेष रूप से बद्रिका धाम से कथा वाचन हेतु पधारे थे। उन्होंने अति प्रभाव पूर्ण एवं संगीतमय भावस्वर में सात दिन तक कथा का विस्तृत वाचन किया। उनकी वाणी में विराजमान माँ सरस्वती ने सभी का मन मोह लिया। ऐसा प्रतीत होता मानो मात्रा 30 मिनट में ही शाम के 6 बज गए हों। और आरती के समय तो क्लब का हाल छोटा लगने लगता।

आचार्य श्री की वाणी से निकले भजन एवं वादन यंत्रों की तान के मेल से जब समा बंधता, तो भक्तजन स्वयं को नृत्य की मस्ती से रोक न पाते। सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय हो जाता। बच्चे, युवा, महिलाएं, पुरुष एवं सीनियर सिटीजनस – सभी ने इन सात दिन कथा का भरपूर आनंद लिया।

इन सात दिनों में यजमान रहे अनुज श्रीवास्तव, अजय सिन्हा, त्रिलोक चंद्र गुप्ता, विजय सिंह सिंधु, एस सी गुप्ता, किरण और शर्मा साहब, प्रमोद दीक्षित, एस सी तिवारी, एम सी जोशी। इंदु जैन की उपस्थिति वासुदेव के रूप में प्रशंसनीय थी एवं बाल कृष्णा बना का दीपा ध्यानी का पोता।

मंदिर समिति के पदाधिकारियों के द्वारा महाराज जी को तुच्छ भेंट प्रदान की गयी और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। फिर फूलों से रंगों की होली भी मनाई गयी।

आठवें दिन सुबह मंदिर परिसर में यज्ञ का आयोजन किया गया व दोपहर को भंडारे का। अंततः, जैसा कि समय की यही नियति है कि हर आरम्भ का अंत निश्चित है, सो यह आठ दिन का आयोजन भी अपने विराम तक पहुंचा। कभी न विस्मृत होने वाली अनेकानेक दिव्य यादों को समेट, सभी इलीट निवासियों ने एक स्वर में यह कहा की प्रभु कृपा से ऐसे आयोजन आगे भी होते रहेंगे, ताकि हम अपने बच्चों के लिए एक भव्य सांस्कृतिक, आध्यात्मिक विरासत छोड़ पाएं जिसे आने वाली पीढ़ीयाँ आगे ले कर चलें।

द्वारा अनु जैन एवं लक्ष्मी दीक्षित

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